s
By: RF Competition   Copy   Share  (128) 

बानी जगरानी की उदारता बखानी जाइ― केशवदास

4750

"सरस्वती-वंदना"

बानी जगरानी की उदारता बखानी जाइ,
ऐसी मति उदित उदार कौन की भई।
देवता प्रसिद्ध सिद्ध रिषिराज तपबृद्ध,
कहि-कहि हारे सब कहि न काहू लई।
भावी भूत बर्तमान जगत बखानत है,
केशोदास क्योंहू ना बखानी काहू पै गई।
पति बर्ने चारमुख पूत बर्ने पाँचमुख,
नाती बर्ने षटमुख तदपि नई नई।

हिन्दी व्याकरण के इन 👇 प्रकरणों को भी पढ़िए।।
1. बीती विभावरी जाग री― जयशंकर प्रसाद
2. मैया मैं नाहीं दधि खायो― सूरदास
3. मैया कबहिं बढ़ैगी चोटी― सूरदास

संदर्भ― प्रस्तुत पद्यांश 'सरस्वती वंदना' नामक शीर्षक से लिया गया है। इसकी रचना महाकवि 'केशवदास' ने की है।

हिन्दी व्याकरण के इन 👇 प्रकरणों को भी पढ़िए।।
1. व्याकरण क्या है
2. वर्ण क्या हैं वर्णोंकी संख्या
3. वर्ण और अक्षर में अन्तर
4. स्वर के प्रकार
5. व्यंजनों के प्रकार-अयोगवाह एवं द्विगुण व्यंजन
6. व्यंजनों का वर्गीकरण
7. अंग्रेजी वर्णमाला की सूक्ष्म जानकारी

प्रसंग― प्रस्तुत पद्यांश में माँ सरस्वती की प्रशंसा करते हुए उनकी उदारता (महिमा) का वर्णन किया गया है।

हिन्दी व्याकरण के इन 👇 प्रकरणों को भी पढ़िए।।
1. लिपियों की जानकारी
2. शब्द क्या है
3. लोकोक्तियाँ और मुहावरे
4. रस के प्रकार और इसके अंग
5. छंद के प्रकार– मात्रिक छंद, वर्णिक छंद
6. विराम चिह्न और उनके उपयोग
7. अलंकार और इसके प्रकार

महत्वपूर्ण शब्द― बानी- वाणी या माँ सरस्वती, जगरानी- जगत की स्वामिनी, उदारता- महिमा या बड़प्पन, बखानी जाइ- वर्णन करना, मति- बुद्धि, उदित- प्रगट, तपवृद्ध- अधिक तपस्या करने वाले, भावी- भविष्य काल, भूत- बिता चुका काल, जगत- संसार, पति- ब्रह्मा जी, पूत- शिव जी, नाती- कार्तिकेय जी, तदपि- फिर भी।

हिन्दी व्याकरण के इन 👇 प्रकरणों को भी पढ़िए।।
1. शब्द क्या है- तत्सम एवं तद्भव शब्द
2. देशज, विदेशी एवं संकर शब्द
3. रूढ़, योगरूढ़ एवं यौगिकशब्द
4. लाक्षणिक एवं व्यंग्यार्थक शब्द
5. एकार्थक शब्द किसे कहते हैं ? इनकी सूची
6. अनेकार्थी शब्द क्या होते हैं उनकी सूची
7. अनेक शब्दों के लिए एक शब्द (समग्र शब्द) क्या है उदाहरण
8. पर्यायवाची शब्द सूक्ष्म अन्तर एवं सूची
9. शब्द– तत्सम, तद्भव, देशज, विदेशी, रुढ़, यौगिक, योगरूढ़, अनेकार्थी, शब्द समूह के लिए एक शब्द
10. हिन्दी शब्द- पूर्ण पुनरुक्त शब्द, अपूर्ण पुनरुक्त शब्द, प्रतिध्वन्यात्मक शब्द, भिन्नार्थक शब्द
11. द्विरुक्ति शब्द क्या हैं? द्विरुक्ति शब्दों के प्रकार

व्याख्या― आचार्य केशवदास जी कहते हैं, कि इस संपूर्ण संसार में किसकी बुद्धि ऐसी है, जो जगत की स्वामिनी माँ सरस्वती की उदारता (महिमा) को शब्दों में प्रकट कर सके और इसका उचित बखान कर सके। अर्थात् ऐसा कोई नहीं है। बड़े-बड़े देवता, प्रसिद्ध सिद्ध, संत, महात्मा, विद्वान, अधिक तपस्या करने वाले ऋषि-मुनि आदि ने भी माँ सरस्वती की उदारता का बखान करने का प्रयत्न किया किंतु वे भी यह कार्य करने में असफल हो गए। भूतकाल, वर्तमान और भविष्य तीनों कालों में माँ सरस्वती की महिमा का बखान करने का प्रयास किया गया है, किंतु फिर भी उनकी महानता का उचित वर्णन नहीं हो पाया है। अन्य संसारी मनुष्यों के साथ-साथ महाकवि केशवदास ने भी माँ सरस्वती की उदारता का बखान करने का प्रयास किया किंतु वे भी इस कार्य को करने में असफल रहे। माँ सरस्वती के निकट संबंधी भी उनकी महिमा का उचित वर्णन नहीं कर पाए। उनके पति ब्रह्मा अपने चार मुखों से, पुत्र शिव अपने पाँच मुखों से और उनके पौत्र कार्तिकेय अपने छह मुखों से माँ सरस्वती की उदारता का वर्णन करने का प्रयास करते हैं। फिर भी उनकी महिमा का उचित वर्णन नहीं हो पाया है। प्रत्येक क्षण माँ सरस्वती की उदारता में नए-नए परिवर्तन होते रहते हैं। उनकी उदारता चिरनूतन और अभिनव है।

हिन्दी व्याकरण के इन 👇 प्रकरणों को भी पढ़िए।।
1. 'ज' का अर्थ, द्विज का अर्थ
2. भिज्ञ और अभिज्ञ में अन्तर
3. किन्तु और परन्तु में अन्तर
4. आरंभ और प्रारंभ में अन्तर
5. सन्सार, सन्मेलन जैसे शब्द शुद्ध नहीं हैं क्यों
6. उपमेय, उपमान, साधारण धर्म, वाचक शब्द क्या है.
7. 'र' के विभिन्न रूप- रकार, ऋकार, रेफ
8. सर्वनाम और उसके प्रकार

काव्य सौंदर्य― 1. ब्रजभाषा का सटीकता के साथ प्रयोग किया गया है।
2. कवित्त (दंडक) छंद का प्रयोग किया गया है।
3. अनुप्रास, पुनरुक्ति प्रकाश और रूपक अलंकार का प्रयोग किया गया है।
4. यह एक सरस्वती वंदना है। इसमें माँ सरस्वती की उदारता को प्रस्तुत किया गया है।

इन प्रकरणों 👇 के बारे में भी जानें।
1. मित्र को पत्र कैसे लिखें?
2. परिचय का पत्र लेखन
3. पिता को पत्र कैसे लिखें?
4. माताजी को पत्र कैसे लिखें? पत्र का प्रारूप
5. प्रधानपाठक को छुट्टी के लिए आवेदन पत्र

आशा है, उपरोक्त जानकारी आपके लिए उपयोगी होगी।
धन्यवाद।
R F Temre
rfcompetition.com



I hope the above information will be useful and important.
(आशा है, उपरोक्त जानकारी उपयोगी एवं महत्वपूर्ण होगी।)
Thank you.
R F Temre
rfcompetiton.com

Comments

POST YOUR COMMENT

Categories

Subcribe